सत्र संचालन
प्रशिक्षक पिछले अभ्यास की याद दिलाते हुए प्रतिभागियों के साथ कल की चर्चा में निकले दसों बिंदुओं को साझा करते हुए चर्चा की शुरुआत करेगा।
प्रतिभागियों के साथ इस चर्चा को इस सवाल तक लेकर आएं कि नागरिक अधिकारों के सिकुड़ते दायरे में संवैधानिक मूल्यों का प्रसार कैसे किया जा सकता है? कल की चर्चा में निकले दसों बिंदुओं को बोर्ड पर प्रशिक्षक लिख दे।
गतिविधि 1
अब सभी प्रतिभागियों से कहें कि वे व्यक्तिगत स्तर पर कल के अभ्यास से निकले दस बिंदुओं के आधार पर वर्तमान स्थितियों में संवैधानिक मूल्यों का प्रसार कैसे कैसे करेंगे।
सवाल : अपने कार्यस्थल, संगठन और समुदाय में इन दस बिंदुओं के आधार पर संवैधानिक मूल्यों के प्रसार की योजना तैयार करें।
प्रशिक्षक डीब्रीफिंग, अवकाश कार्य और फीडबैक
इस चरण में हमने यह समझने की कोशिश की है कि कैसे हर दौर में मूल्य राजनीतिक, आर्थिक और संस्थानिक घटनाक्रमों से प्रभावित होते हैं। हम सब ने यह भी माना कि मौजूदा दौर संवैधानिक मूल्यों के लिहाज से बहुत संवेदनशील है और इन मूल्यों पर काम करना बहुत मुश्किल है। इसके बावजूद हमने खुद ऐसे दस तरीके खोज निकाले जिन पर काम किया जा सकता है।
इस सत्र में निकले निष्कर्षों को अब अपने समुदाय अब लागू करें। आप इस कार्यशाला से जब अपने-अपने क्षेत्र, संगठन, कार्यस्थल और समुदाय में जाएं तो ये दस बिंदु गांठ बांध लें। इन्हीं बिंदुओं पर आप अगले सत्र तक संवैधानिक मूल्यों के प्रसार का काम करें और अपने अनुभवों को एकत्रित करें। यह अभ्यास समूह में भी हो सकता है और व्यक्तिगत भी। यह प्रतिभागियों के चुनाव पर निर्भर करेगा कि आप संयुक्त रूप से किसी समुदाय/क्षेत्र में काम करना चाहेंगे या अकेले।
इसी काम के आधार पर हम अगले चरण और सत्र में बात को आगे बढ़ाएंगे और आप सब की समीक्षा करेंगे। साथ ही आपके सुझाए तरीकों की व्यावहारिकता और सफलता पर भी बात करेंगे।
गतिविधि 2
अवकाश कार्य की योजना तैयार हो जाने के उपरांत प्रशिक्षक कार्यशाला के इस दूसरे चरण पर प्रतिभागियों को अपना फीडबैक देने के लिए कहें। प्रतिभागियों द्वारा फीडबैक निम्न दो सवालों पर लिखित रूप में सदन में प्रस्तुत किया जा सकता है:
- प्रशिक्षक और कार्यशाला संयोजकों के बारे में बिंदुवार फीडबैक।
- प्रशिक्षण कार्यशाला के इंतजाम, परिसर और अन्य सुविधा/असुविधा पर बिंदुवार फीडबैक।
प्रशिक्षक ध्यान दें
दोनों सवालों पर प्रस्तुतियों के दौरान प्रशिक्षक को दो खाने बोर्ड पर बनाकर बिंदु नोट करते जाने होंगे। उसके बाद साझा और विशिष्ट बिंदुओं की पहचान करनी होगी। तकनीकी इंतजामात और परिसर से संबंधित फीडबैक को दुरुस्त करने के तरीकों पर बात होगी और प्रतिभागियों को आश्वस्त किया जाएगा कि अगले चरण में इसे लागू किया जाएगा। इसलिए इन बिंदुओं को अगले चरण के सत्र प्रारंभ तक संजो कर रखा जाना होगा। इसके अलावा, प्रशिक्षक और कार्यशाला संयोजकों के बारे में फीडबैक को भी गंभीरता से लेते हुए अगले चरण के सत्रों की तैयारी के दौरान समाहित करना होगा।
इसके बाद प्रशिक्षक इस चरण के अंत की औपचारिक घोषणा करेगा।