यह प्रशिक्षण मैनुअल किस बारे में है
भारत का संविधान ‘प्रस्तावना’ से प्रारंभ होता है। प्रस्तावना में संविधान के आदर्श, उद्देश्य तथा मौलिक नियम अन्तर्निहित अथवा समाहित हैं। संविधान की प्रस्तावना ने देश के भाग्य को सुनिश्चित, समुचित तथा व्यवस्थित आकार देने में अत्यधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। संविधान के प्रावधानों की व्याख्या करने में प्रस्तावना की…
Read Moreइस मैनुअल की जरूरत क्यों है
संवैधानिक मूल्यों की अवहेलना आए दिन लगातार हमारे समाज में हो रही है। इसके सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक पहलू हैं। एक तो, हमारे समाज के मूलभूत ढांचे में ही असमानता मौजूद है। समाज का यह ढांचा आज भी जाति आधारित पितृसत्तात्मक सामंतवादी सोच पर आधारित है। आज एक ओर जहां अमीर-गरीब…
Read Moreइस मैनुअल की जरूरत किसे है
संविधान की प्रस्तावना को आत्मार्पित करते हुए जब हम खुद को “हम भारत के लोग” कहते हैं, तो इसका आशय यह होता है कि स्वतंत्रता, समानता, न्याय और बंधुत्व वाले समाज की जिम्मेदारी हम से शुरू होती है। प्रत्येक नागरिक के लिए अपनी व्यक्तिगत जिंदगी, परिवार और उसके आसपास के…
Read Moreमैनुअल का उपयोग कैसे करें
इसका उपयोग करने के लिए प्रशिक्षक से प्रथम अपेक्षा यह है कि वे सभी सत्रों के लिए दी गई पाठ्य सामग्री को पढ़कर, अभ्यासों को खेलकर और फिल्मों को देखकर पहले अपना परिप्रेक्ष्य निर्माण कर लें, उसके बाद ही प्रशिक्षण में जाएं। कुल मिलाकर प्रशिक्षण के तीन चरण हैं। इन…
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