डिजिटल पाठशाला
संविधान लागू होने के सात दशक बाद के राष्ट्रीय अनुभव बताते हैं कि एक संवैधानिक गणराज्य के तौर पर संविधान की प्रस्तावना में वर्णित मूल्यों के मामले में हम लगातार पिछड़ते जा रहे हैं। अधिकार और मूल्य के बीच की दूरी जितनी आज दिख रही है, वह अभूतपूर्व है।
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एक प्रजातंत्र में जन आंदोलनों का स्थान, करिश्माई नेताओं का अंधानुकरण और मात्र राजनीतिक प्रजातंत्र की सीमाएं- भीमराव अंबेडकर
भारतीय संविधान के निर्माता भीमराव अंबेडकर ने यह भाषण नवंबर 1949 में नई दिल्ली में…
‘हमें आज़ादी तो मिल गई है पर पता नहीं कि उसका करना क्या है’ – बलराज साहनी
(अभिनेता बलराज साहनी ने यह कालजयी भाषण 1972 में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के दीक्षांत…
पहचान की राजनीति और वामपंथ – एरिक हॉब्सबॉम
अनुवाद: अभिषेक श्रीवास्तव मेरा यह व्याख्यान आश्चर्यजनक रूप से एक बिल्कुल नए विषय पर है।*…
अतीत और आज़ादी के बारे में – जॉर्ज ऑर्वेल, 1984
अनुवाद: अभिषेक श्रीवास्तव हमारी समकालीन सत्ता को कायम रहने के लिए अतीत को बदलना दो…
युद्ध के बारे में – जॉर्ज ऑर्वेल, 1984
अनुवाद: अभिषेक श्रीवास्तव दुनिया भर के देश निरंतर युद्ध लड़ते रहते हैं। कोई आंतरिक तो…
बराबरी और अज्ञानता के बारे में – जॉर्ज ऑर्वेल, 1984
अनुवाद: अभिषेक श्रीवास्तव इस दुनिया के दर्ज इतिहास में, शायद नवपाषाण युग के अंत से…
चौराहे पर भारत: बीसवीं सदी में राजनीति
-अनिल के चौधरी और दिलीप उपाध्याय दो विश्व युद्ध, हिरोशिमा-नागासाकी पर बमबारी, तीसरे रीश का…
समुदाय में संवैधानिक मूल्य स्थापित करने में हमारी भूमिका
समुदाय में संवैधानिक मूल्य स्थापित करने में हमारी भूमिका स्वतंत्रता समानता न्याय और बंधुत्व लोकतंत्र…
मौलिक अधिकार एवं नीति निर्देशक तत्व
मौलिक अधिकार एवं नीति निर्देशक तत्व संविधान सभा की 75 सदस्यीय परामर्श समिति ने मौलिक…
संवैधानिक मूल्य केंद्रित प्रशिक्षण दिशा – निर्देशिका
प्रशिक्षण का पहला चरण
जस देखा तस लेखा : निजी अनुभव से सार्वभौमिक मूल्यों तक
उद्देश्य : मनुष्य में मूल्यों के बनने की प्रक्रिया को निजी जीवन-अनुभवों से समझना
8 सत्र, 17 गतिविधि, 1 अवकाश कार्य
प्रशिक्षण का दूसरा चरण
वत्स! तुम इतिहास की धरोहर हो : सामाजिक इतिहास से संवैधानिक मूल्यों तक
उद्देश्य : संविधान में वर्णित मूल्यों के बनने की प्रक्रिया को सामाजिक, आर्थिक और संस्थानिक विकास की परस्पर क्रिया से समझना
8 सत्र, 10 गतिविधि, 1 अवकाश कार्य
प्रशिक्षण का तीसरा चरण
सफर का मुकाम : संवैधानिक मूल्य प्रशिक्षण के सैद्धांतिक और व्यावहारिक सबक
उद्देश्य : प्रक्रिया का पुनरावलोकन और आगे का रास्ता
8 सत्र, 4 गतिविधि